कांग्रेस के साथ काम करने के सवाल पर उन्होंने सीधे हाथ जोड़ दिया है। उन्होंने कहा, “मैं हाथ जोड़ता हूं लेकिन कभी इस पार्टी के साथ काम नहीं करूंगा। यह ऐसी पार्टी है जो खुद तो सुधरती नहीं है, मुझे भी डुबा देगी।”
#WATCH | From 2011-2021, I was associated with 11 elections and lost only one election that is with Congress in UP. Since then, I’ve decided that I will not work with them (Congress) as they have spoiled my track record: Poll strategist, Prashant Kishor in Vaishali, Bihar (30.05) pic.twitter.com/rQcoY1pZgq
— ANI (@ANI) May 31, 2022
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के लिए बहुत सम्मान है, लेकिन उसकी वर्तमान व्यवस्था ऐसी है कि खुद तो डूबेगी ही हमको भी डुबा देगी। भारतीय जनता पार्टी से लेकर कांग्रेस और कई क्षेत्रीय दलों तक, विभिन्न विचारधाराओं के राजनीतिक दलों के साथ काम कर चुके चुनाव रणनीतिकार ने 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को विजयी बनाने में एक अहम भूमिका निभाने के बाद पेशेवर चुनाव सलाहकार के तौर पर काम बंद करने की घोषणा की थी।
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अपने सफर के बारे में लोगों को बताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “बिहार में 2015 में महागठबंधन की सरकार बनी, 2017 में पंजाब का चुनाव जीते, 2019 में जगनमोहन रेड्डी के साथ जुड़े और आंध्र में चुनाव जीते। 2020 में केजरीवाल के साथ दिल्ली और 2021 में तमिलनाडु एवं बंगाल जीते, लेकिन 2017 में यूपी का चुनाव नहीं जीत सके। हालांकि लेकिन सीखने को मिला, हारने से भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है।”
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