गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमने बंगाल के जनादेश को स्वीकार किया लेकिन ममता सरकार के तीसरे कार्यकाल के एक वर्ष बीत जाने के बावजूद प्रदेश में अत्याचार, कट मनी, भ्रष्टाचार, सिंडिकेट राज और राजनीतिक हत्याओं का दौर बंद नहीं हुआ है। गृहमंत्री ने कहा कि टीएमसी के अत्याचार, भ्रष्टाचार के राज के खात्मे तक भाजपा चुप नहीं बैठेगी। हम यहां की जनता के लिए लड़ाई लड़ते हुए परिणाम तक लेकर जाएंगे। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि चुनाव बाद सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस प्रायोजित हिंसा में पश्चिम बंगाल में 101 लोगों की हत्या हुई है, लगभग 1829 घायल हुए हैं और 161 से अधिक मुकदमों मे टीएमसी के गुंडे पाए गए हैं। टीएमसी के अपराधियों से भाजपा कार्यकर्ताओं को डरने की कोई जरूरत नहीं है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ममता दीदी का अत्याचार तो बहुत कम है, हम तो 1950 से देश की एकता और अखंडता के लिए राष्ट्रवाद के मंत्र पर चलते आए हैं और केरल सहित देश के हर भूभाग में परिवर्तन लाने में सफल हुए हैं। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले साल 22 मार्च से अब तक बंगाल में लगभग राजनीतिक हिंसा की 181 घटनाएं हुईं हैं। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद सीबीआई को 64 बलात्कार और 52 हत्या के मामले सौंपने पड़े। देश में कुछ भी होता है तो टीएमसी अपना प्रतिनिधिमंडल भेज देती है, लेकिन वीरभूम में 6 महिलाओं और दो बच्चों को जिंदा जला देने पर भी टीएमसी का कोई प्रतिनिधिमंडल क्यों नहीं गया। गृहमंत्री ने कहा कि टीएमसी उत्तर बंगाल की जनसांख्यिकी को बदलना चाहती है। लेकिन, भाजपा उत्तर बंगाल की जनसांख्यिकी में कोई बदलाव आने नहीं देगी और घुसपैठ भी नहीं होने देगी।
