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Health news no cut in cheek & throat operation mouth cancer surgery done with new technique nodakm

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Sehat Ki Baat: अब मुंह के कैंसर की सर्जरी के लिए गाल और गले पर कट लगाने की जरूरी नहीं पड़ेगी, बल्कि नई स्कारलेस रोबोटिक तकनीकि की मदद से ट्यूमर को निकाला जा सकेगा. जी हां, बीते दिनों बीएलके-मैक्‍स हॉस्पिटल के ओंको सर्जनों ने 46 वर्षीय एक मरीज की सफल स्कारलेस रोबोटिक सर्जरी की है. इस सर्जरी में बिना गाल और गले पर कट लगाए हुए स्टेज टू के ओरल कैंसर ट्यूमर को सफलतापूर्वक मुंह से बाहर निकाला गया है. सर्जरी के बाद, मरीज के चेहरे पर किसी तरह के दाग नहीं आए हैं.

बीएलके-मैक्‍स हॉस्पिटल और शालीमारबाग मैक्‍स हॉस्पिटल में सर्जिकल ऑकोलोजी एण्‍ड स्कारलेस रोबोटिक सर्जरी के सीनियर डायरेक्‍टर डॉ. सुरेंद्र कुमार दबास ने बताया कि 46 वर्षीय इस मरीज का कैंसर दाहिने गाल के निचले हिस्‍से और जीभ के बीच में अल्सर के रूप में था. स्कारलेस रोबोटिक सर्जरी के लिए मरीज के कॉलर बोन के पास 8 एमएम के चार छेद किए गए थे. इन्‍हीं छेदों के जरिए मरीज की सफल स्कारलेस रोबोटिक सर्जरी करते हुए कैंसरस ट्यूमर सफलतापूर्वक को बाहर निकाल लिया गया.

डॉ. सुरेंद्र कुमार दबास ने बताया कि अभी तक मुंह के कैंसर की सर्जरी के लिए गाल और गले में काटना पड़ता था, जिसके चलते सर्जरी के बाद मरीज का चेहरा न केवल विकृत हो जाता था. कई बार इन विकारों को हटाने के लिए प्‍लास्टिक सर्जरी की भी जरूरत पड़ती है. इतना ही नहीं, ऑपरेशन के बाद मरीजों को खाना निगलने और लार निगलने में भी खासी दिक्‍कत होती है. मुंह के कैंसर की सर्जरी के बाद मरीजों को बोलने में भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इनकी आवाज पहले की तरह स्‍पष्‍ट तौर पर नहीं निकलती है.

डॉ. दबास ने बताया कि स्कारलेस रोबोटिक सर्जरी के बाद, न ही मरीजों के चेहरे पर कोई निशान आता है, और न ही उनको प्‍लास्टिक सर्जरी की जरूरत पड़ती है. इसके अलावा, बोलने और खाने में भी कोई दिक्‍कत नहीं होती है.  

मरीज के गाल और जीभ के बीच था कैंसरस ट्यूमर
डॉ. सुरेंद्र कुमार दबास ने बताया कि कार्सिनोमा कैंसर गाल और जीभ के बीच होने वाला बेहद कॉमन कैंसर है. सोनीपत निवासी मरीज सुजिंदर सिंह को दाहिने गाल और जीभ (बुक्कल म्यूकोसा) के कार्सिनोमा के साथ बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल पहुंचा था. कैंसर की जगह का पूरी तरह से मूल्यांकन करने के बाद डॉक्‍टर्स ने नवीनतम स्कारलेस रोबोटिक सर्जरी का फैसला लिया. सर्जरी के दौरान, यह सुनिश्चित किया गया कि मरीज के चेहरे और गर्दन पर कोई बाहरी कट नहीं लगाया जाए.

Tags: Cancer, Health tips, Sehat ki baat



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