मनमोहन सेजू/बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर-जैसलमेर जिले में पड़ रही भीषण गर्मी (Heat Wave) रिकॉर्ड तोड़ने को बेकरार है. सूरज की सीधी पड़ती गर्मी और तपिश की वजह से लोगों को कई तरह की बीमारियां हो रही हैं. तेज धूप और आंधी की वजह से बाड़मेर (Barmer) में टेरिजियम (सर्फर आई) का खतरा बढ़ गया है. यहां आंखों की इस बीमारी की चपेट में आने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
गर्मी के दिनों में आंखों में जलन, उनका लाल होना और दर्द आम समस्या है. गर्मी की वजह से आंखों में सूखापन आ जाता है. संक्रमण की आशंका भी अन्य दिनों के मुकाबले ज्यादा रहती है. इस वजह से आंखों की देखभाल के साथ-साथ उनकी साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है. आंखों के डॉक्टर बाड़मेर- जैसलमेर में टेरिजियम, जिसे आंख का नथुना भी बोलते हैं, के मरीज बढ़ने का कारण यहां बेतहाशा पड़ रही गर्मी को बताते हैं.
बाड़मेर के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शक्ति राजगुरु का कहना है कि टेरिजियम के चलते आंखों का लाल होना, धुंधला दिखना, जलन, खुजली होना आम बात है. इसके दुष्परिणाम आगे और भी ज्यादा हो सकते हैं. अल्ट्रावायलेट (पराबैंगनी) किरणें, धूल, हवा और आंखों पर पड़ने वाली सीधी रोशनी इसकी मुख्य वजह है. उन्होंने लोगों से बढ़ती गर्मी से अपनी आंखों को बचाने की सलाह दी.
डॉ. शक्ति राजगुरु ने बताया कि टेरिजियम रोग में शुरुआती अवस्था में धूप से बचना चाहिए. सूर्य की पराबैंगनी किरणों से बचाव के लिए यूवी प्रोटेक्शन वाला धूप का चश्मा, टोपी या स्कार्फ आदि का प्रयोग करना चाहिए. कार चलाते समय खिड़कियां बंद रखें. दोपहिया वाहन चलाते समय बंद हेलमेट पहनें ताकि गर्म हवा और धूल के कणों से आंखों को बचाया जा सकता है. आंखों की किसी भी समस्या को नजरअंदाज न करें और तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क कर जांच कराएं.
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FIRST PUBLISHED : May 22, 2023, 14:34 IST
