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4 संकेत बताते हैं यूरिक एसिड का कांटा 7 mg/dL को कर गया है पार, तुरंत सचेत हो जाएं, वरना लेने के देने पड़ेंगे

4 संकेत बताते हैं यूरिक एसिड का कांटा 7 mg/dL को कर गया है पार, तुरंत सचेत हो जाएं, वरना लेने के देने पड़ेंगे


हाइलाइट्स

जब यूरिक एसिड बढ़ जाए तो पेशाब का रंग मटमैला होने लगता है. सामान्य से अलग तरह की बदबू आने लगती है.
प्रोटीन के बनने के दौरान बाय-प्रोडक्ट के रूप में प्यूरिन का निर्माण होता है. यह प्यूरिन जब टूटता है तो यूरिक एसिड बनता है.

Early Sign and Symptoms of High Uric Acid: शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना बहुत ही खतरनाक होता है. इससे इंसान हमेशा दर्द में कराहता रहता है. दरअसल, प्रोटीन के बनने के दौरान बाय-प्रोडक्ट के रूप में प्यूरिन का निर्माण होता है. यह प्यूरिन जब टूटता है तो यूरिक एसिड बनता है. आमतौर पर यूरिक एसिड किडनी से होते हुए पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाता है. लेकिन जब जरूरत से ज्यादा प्यूरिन शरीर में बनने लगे तो किडनी इसे बाहर निकालने में सक्षम नहीं हो पाता है. इसके बाद यूरिक एसिड हड्डियों के ज्वाइंट में जमा होने लगता है और वहां सूजन को जन्म देता है. इससे गठिया की बीमारी होती है. यह बहुत ही दर्दनाक बीमारी है. बुजुर्गों में यह बीमारी ज्यादा होती है.

शरीर में यूरिक एसिड ज्यादा होने पर शरीर का अंग-अंग दर्द करने लगता है. यूरिक एसिड बढ़ने पर हड्डियों में लक्षण दिखने लगते हैं. लेकिन इसके अलावा भी यह कई अंगों को प्रभावित करता है. समय रहते डॉक्टर के पास न जाया जाए तो यूरिक एसिड को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में इसके लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी हो जाता है.

क्या है यूरिक एसिड का नॉर्मल रेंज

एक सामान्य वयस्क पुरुष में में 2.5 से 7.0 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर यूरिक एसिड होना चाहिए. वही एक वयस्क महिला में 1.5 से 6 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर यूरिक एसिड का नॉर्मल रेंज है.

यूरिक एसिड हाई होने के लक्षण

1.कमर दर्द-मेडिकल न्यूजटूडे के मुताबिक आमतौर पर लोग सोचते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने का असर सिर्फ जोड़ों पर होता है लेकिन जब शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाए तो बेपनाह कमर दर्द करने लगता है. इसलिए अगर लगातार कमर दर्द हो तो एक बार यूरिक एसिड का टेस्ट जरूर कराएं.

2.बार-बार पेशाब होना-यूरिक एसिड जब जरूरत से ज्यादा बनने लगे तो किडनी पर ज्यादा असर पड़ता है. इस कारण बार-बार और जल्दी-जल्दी पेशाब जाने की जरूरत महसूस होती है.

3. पेशाब का रंग और स्मेल बदल जाना-जब यूरिक एसिड बढ़ जाए तो पेशाब का रंग मटमैला होने लगता है. सामान्य से अलग तरह की बदबू आने लगती है. यूरिक एसिड बहुत अधिक बढ़ने पर पेशाब से खून निकलने लगता है.

4.मतली और उल्टी-शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर लगातार जी मितलाने लगता है. इसके साथ ही कभी-कभी उल्टी भी होने लगती है.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle



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