हाइलाइट्स
डॉ. ऋिचा प्यारे ने बताया कि आई ड्रॉप में प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है.
अगर डेट के बाद भी आई ड्रॉप का यूज किया जाए तो इससे इंफेक्शन हो सकता है.
Eye Drop Expire After 28 Days: वायु प्रदूषण जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, उसमें आज हर किसी को आंखों से संबंधित परेशानियां रहती ही है. इससे भी ज्यादा मोबाइल, टीवी और गैजेट की स्क्रीन आंखों के लिए दुश्मन बनती जा रही हैं. आलम यह है कि 2 से 3 साल के बच्चों को भी चश्मा लगाना पड़ रहा है. अधिकांश लोगों को आई ड्रॉप इस्तेमाल करना पड़ रहा है. हालांकि जब हम आई ड्रॉप का इस्तेमाल करते हैं तो इसे बहुत दिनों तक खुला छोड़ देते हैं जबकि कई आई ड्रॉप पर प्रिकॉशन लिखा रहता है कि इसे खोलने के 28 दिनों के बाद इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. हालांकि कुछ लोगों का ध्यान इस पर नहीं जाता है. लेकिन अगर बोतल की सील खुलने के 28 दिनों बाद भी इसका इस्तेमाल किया जाए तो आंखों से संबंधित गंभीर बीमारियां सामने आ सकती है. अगर इसका ज्यादा दिनों तक इस्तेमाल किया जाए तो आंखों की रोशनी जा भी सकती है.
आखिर आई ड्रॉप को खोलने के 28 दिनों बाद इसका इस्तेमाल क्यों नहीं करना चाहिए. इस मुद्दे को लेकर न्यूज 18 ने श्रॉफ आई सेंटर में रेटिना एवं यूविया विशेषज्ञ डॉ. ऋिचा प्यारे से बात की. उन्होंने बताया कि आंखें हमारे शरीर का बहुत ही नाजुक अंग है. आई ड्रॉप की बोतल बहुत सेंसेटिव होती है. अगर आई ड्रॉप को खोलने के एक महीने बाद भी हम इसका इस्तेमाल करेंगे तो इससे इंफेक्शन हो जाएगा.
क्यों नहीं होता यूज
डॉ. ऋिचा प्यारे ने बताया कि आई ड्रॉप में प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है. प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि इससे आई ड्रॉप का कंटेंट सुरक्षित रहता है. दरअसल, बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के संक्रमण से बचाने के लिए प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है. ज्यादातर दवाइयों में इसका इस्तेमाल किया जाता है. प्रिजर्वेटिव्स के कारण दवाइयों में बैक्टीरिया, वायरस या फंगस का विकास बहुत धीमा हो जाता है या होता ही नहीं है. कोई दवा इन सूक्ष्म जीवाणुओं के कंटामिनेशन से कितने दिनों तक सुरक्षित रह सकती है, यह बोतल की लीफ पर लिखी होती है. अधिकांश दवाई ज्यादा दिनों तक संक्रमण से मुक्त रहती है लेकिन कुछ आई ड्रॉप में सील खोलने के 28 दिनों के बाद इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी जाती है. डॉ. ऋिचा ने बताया कि सील खुलने के बाद निश्चित समय अवधि में आई ड्रॉप कंटामिनेट यानी संक्रमित हो जाता है. इस स्थिति में आई ड्रॉप का यूज करने पर इंफेक्शन का डर रहता है, क्योंकि दवा में इस्तेमाल किए गए प्रिजर्वेटिव्स की लाइफ इतनी ही होती है.
अगर 28 दिन बाद भी कोई यूज करें तो क्या होगा
डॉ. ऋिचा ने बताया है कि सील खुलने के बाद अगर आई ड्रॉप का एक महीने बाद भी इस्तेमाल किया जाए तो इससे कई तरह के इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि इससे आंख में काले रंग की जो पुतली होती है, सबसे ज्यादा इसी में इंफेक्शन का खतरा रहता है. गंभीर स्थिति होने पर काली पुतली सफेद होने लगती है. इससे पुतली में स्थायी दाग लग सकता है. इसके अलावा कंजेक्टिवाइटिस इंफेक्शन भी हो सकता है. बहुत गंभीर स्थिति होने पर आंखों की रोशनी भी जा सकती है. डॉ. ऋिचा ने बताया कि ऐसे कुछ केसेज आए हैं जिनमें मरीज की पुतली डैमेज हो गई है और उससे रोशनी भी चली गई है.
अगर एक महीने बाद भी लेते हैं तो ये दिखते हैं लक्षण
अगर आई ड्रॉप में दिए गए समय के बाद भी इसका इस्तेमाल किया जाए तो इंफेक्शन के बाद आंखों में रेडनेस आने लगता है. आंखों से बहुत ज्यादा पानी आने लगता है. आंखों में दर्द होता है. अगर इस तरह के लक्षण दिखें तो तुरंत आई डॉक्टर से मिलें.
आई ड्रॉप का किस तरह करें इस्तेमाल
डॉ. ऋिचा ने बताया कि जब आप आई ड्रॉप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो पहले हाथ साफ कर लें. इसके बाद ड्रॉप को यूज करने के बाद भी हाथ को धोना चाहिए. बोतल खोलने के एक महीने बाद उसे सुरक्षित जगह पर फेंक देनी चाहिए. आई ड्रॉप को साफ-सुथरी जगह पर रखना चाहिए.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : March 15, 2023, 17:32 IST
