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हीमोफीलिया बी में क्यों दी जाती है सबसे महंगी दवा हीमोजेनिक्स, जानिए क्या है यह

हीमोफीलिया बी में क्यों दी जाती है सबसे महंगी दवा हीमोजेनिक्स, जानिए क्या है यह


हाइलाइट्स

हीमोफीलिया में रोगी के शरीर में ब्लड क्लॉट नहीं बन पाते हैं.
हीमोफीलिया बी के इलाज के लिए हीमोजेनिक्स नामक दवा दी जाती है.
हीमोजेनिक्स के लाभ के साथ-साथ कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं.

About Hemogenix: हीमोफीलिया एक दुर्लभ जेनेटिक ब्लड डिसऑर्डर है जिसमें रोगी के शरीर में ब्लड क्लॉट नहीं बन पाते हैं और ब्लीडिंग बंद या कम नहीं हो पाती है. यह समस्या तब होती है, जब किसी व्यक्ति में क्लॉटिंग फैक्टर्स का नार्मल अमाउंट नहीं होता. क्लॉटिंग फैक्टर्स ब्लड क्लॉट में मददगार होते हैं. ऐसे में, डॉक्टर हीमोफीलिया के इलाज के लिए मिसिंग क्लॉटिंग फैक्टर्स को रिप्लेस करते हैं. हीमोफीलिया कई तरह का होता है जैसे हीमोफीलिया ए, हीमोफीलिया बी और हीमोफीलिया सी. हीमोफीलिया बी के इलाज के लिए ‘हीमोजेनिक्स’ नामक एक दवा का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे दुनिया की सबसे महंगी दवा माना गया है. आइए जानें हीमोजेनिक्स दवा और हीमोफीलिया नामक बीमारी के बारे में कुछ जरूरी बातें.

हीमोफीलिया बी के लिए क्यों किया जाता है हीमोजेनिक्स का इस्तेमाल
मायोक्लिनिक के अनुसार हीमोफीलिया का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है फैमिली हिस्ट्री. यही नहीं, महिलाओं की तुलना में पुरुषों को इस बीमारी की संभावना अधिक होती है. अगर बात की जाए हीमोजेनिक्स की, तो यह एक वन टाइम जीन थेरेपी है, जिसका इस्तेमाल हीमोफीलिया बी के ट्रीटमेंट में किया जाता है. हीमोजेनिक्स में वायरल वेक्टर होते हैं, जो फैक्टर IX के लिए एक जीन को कैरी करते हैं.
इस जीन को लीवर में फैक्टर IX प्रोटीन का उत्पादन करने के लिए जाना जाता है, जो ब्लीडिंग के एपिसोड को कम करने के लिए फैक्टर IX के ब्लड लेवल्स को बढ़ाता है. हीमोफीलिया बी के लक्षणों में चोट, सर्जरी, डेंटल प्रोसीजर आदि के बाद हैवी या देर तक ब्लीडिंग होना शामिल है. हैवी या देर तक ब्लीडिंग से कई गंभीर कॉम्प्लीकेशन्स हो सकती है. हीमोजेनिक्स, हीमोफीलिया बी के रोगियों में ब्लीडिंग के रेट को कम करने का काम करती है.

हीमोजेनिक्स साइड इफेक्ट्स
हीमोजेनिक्स, हीमोफीलिया बी के पेशेंट्स को दी जाने वाली दुनिया की सबसे महंगी दवा है, लेकिन यह कई साइड इफेक्ट्स का कारण भी बन सकती है, जैसे:
-लिवर एंजाइम एलिवेशन
-सिरदर्द
-खास ब्लड एंजाइम के बढ़ा हुआ लेवल
-फ्लू जैसे सिम्प्टम
-थकावट
-जी मिचलाना
ऐसे में इस दवा को लेने के बाद अगर मरीज को कोई भी साइड-इफेक्ट्स नजर आते हैं, तो डॉक्टर की राय अवश्य लें.

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Tags: Health, Lifestyle



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