हार्ट से जुड़ी बीमारियों के इलाज को लेकर नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं. इसी में से एक है सूक्ष्म पंप इम्पेला (Impella). यह पंप बेहद कारगर साबित हो रहा है. हार्ट से जुड़ी सर्जरी के वक्त इम्पेला रक्त की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करता है. इस सूक्ष्म उपकरण के जरिए हाल ही में मुंबई में मैसिव हार्ट अटैक के एक मरीज की जान बचाई जा सकी है.
टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार के 15 दिसंबर के एडिशन में एक रिपोर्ट छपी थी. इस रिपोर्ट में रमणिक लाल गुप्ता (बदला हुआ नाम) नामक मरीज की कहानी है. दरअसल, गुप्ता को करीब एक माह पहले मैसिव हार्ट अटैक आया था. गुप्ता मुंबई के पवई में स्थित एलएच हीरानंदानी हॉस्पिटल जा रहे थे. वह अस्पताल के गेट पर थे तभी उनको अटैक आया. यह अटैक इतना गंभीर था कि लेबरोट्री तक पहुंचते-पहुंचते उन्हें तीन बार अटैक आ गए. करीब तीन दशक से डायबिटिक गुप्ता को कार्डियोजेनिक शॉक पड़ा था. इस स्थिति में आपका दिल शरीर की जरूरतों के हिसाब से ब्लड पंप करना बंद कर देता है. उनके हार्ट का इजेक्शन फ्रैक्शन भी सामान्य से छह गुना कम हो चुका था. सामान्य भाषा में कहें तो उनकी नाड़ियां बंद हो गई थीं और ब्लड प्रेशन इतना कम हो चुका था कि उसको रिकॉर्ड नहीं किया जा सकता था. लेकिन, अब गुप्ता अस्पताल में अपने परिवार वालों के साथ स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. वह बातचीत कर रहे हैं. हालांकि उनको अभी सांस लेने में थोड़ी परेशानी हो रही है.
दरअसल, गुप्ता के साथ एक संयोग जुड़ा था. उनको अटैक तब आया जब वह अस्पताल के गेट पर थे. वह डॉक्टर से मिलने जा रहे थे. ऐसे में उनको तुरंत मेडिकल सहायता मिल गई. लेकिन गुप्ता को जितना मैसिव अटैक आया था उसको देखते हुए यह किसी चमत्कार से कम नहीं है कि वह आज बातचीत कर रहे हैं. गुप्ता के इलाज में सबसे बड़ी चीज है उनके हार्ट में एम्पेला पंप का लगाया जाना.
क्या है इम्पेला
इम्पेला दुनिया का संभवतः सबसे सूक्ष्म हार्ट पंप है जिसे हमारे हार्ट के लेफ्ट वेंट्रिकल में फिट किया जाता है. यह हमारे शरीर की सबसे बड़ी धमनी (Oarta) में रक्त का प्रवाह बनाए रखता है. यह हर मिनट 2.5 से 5 लीटर रक्त पंप करता है. दरअसल, हार्ट में पंप लगाने की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका में हुई. 1968 में डॉ. एड्रिय कंट्रोवित्ज और उनके साथियों ने पहली बार ऐसे पंप का सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया. इसके बाद अमेरिका में हार्ट के मरीजों में ऐसे पंप का इस्तेमाल तेजी से होने लगा. 1980 आते-आते अमेरिका में हार्ट के मरीजों में इस तरह के 50 हजार से अधिक प्रोसिज्योर किए जा चुके थे. एम्पेला, हार्ट पंप डिवाइस का अत्याधुनिक स्वरूप है. यह दुनिया का संभवतः सबसे सूक्ष्म हार्ट पंप है. इम्पेला का सबसे पहला इस्तेमाल 2008 में किया गया. लेकिन उस वक्त वह केवल 2.5 लीटर तक रक्त पंप कर पाता था. अभी यूरोप और अमेरिका में दिल के अधिकतर मरीजों के ऑपरेशन में इस पंप को लगाया जाता है.
इम्पेला की कीमत
इम्पेला के साथ सबसे बड़ी दिक्कत है इसकी कीमत. सामान्य पंप की तुलना में इसकी कीमत 10-20 गुना ज्यादा है. अमेरिका में एक सामान्य हार्ट पंप की कीमत 80 हजार रुपये के आसपास है वहीं भारत में एम्पेला लगाने से मरीज का मेडिकल बिल 20 लाख रुपये तक बढ़ जाता है. भारत में बीते तीन से चार सालों के बीच केवल 200 मरीजों में इस डिवाइस का इस्तेमाल किया गया है. अभी तक दक्षिण भारत के कुछ अस्पतालों में एम्पेला लगाए जाते रहे हैं. मुंबई का हीरानंदानी अस्पताल पश्चिम भारत का पहला हॉस्पिटल है जहां इस पंप का इस्तेमाल किया गया है. इस अस्पताल में भर्ती मरीज गुप्ता के साथ इम्पेला ने सबसे बड़ा काम यह किया कि उनकी एंजियोप्लास्टी सर्जरी के दौरान रक्त का प्रवाह लगातार बना रहा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Heart attack
FIRST PUBLISHED : December 21, 2022, 16:45 IST
