नई दिल्ली. कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने चीन में कोहराम मचा दिया है. वहीं जापान, ब्राजील, फ्रांस और साउथ कोरिया सहित कई देशों में भी हजारों-लाखों की संख्या में रोजाना मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में भारत सरकार की ओर से सभी को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. साथ ही सभी राज्य सरकारों को कोरोना को लेकर अस्पतालों में पुख्ता इंतजाम करने के लिए कहा है. स्वास्थ्य और मेडिकल स्तर पर बड़ी तैयारियों के अलावा पिछले कोरोना काल में लोगों को कोरोना से बचाने में अहम भूमिका निभा चुका आयुष मंत्रालय भी लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए तैयारियां कर रहा है.
आयुष मंत्रालय की ओर से कोरोना काल में आयुष 64 काढ़ा लांच किया गया था जो न केवल पूरे देश में इस्तेमाल किया गया बल्कि इम्यूनिटी मजबूत करने का बेहतर विकल्प भी साबित हुआ था. इसके बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के सहयोग से तीन रक्षा किटों का भी उत्पादन किया गया और खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर में स्कूली बच्चों से लेकर पुलिसकर्मियों तक में इनका वितरण किया गया था.
हालांकि अब चीन में फैलती महामारी के बाद एक बार फिर भारत में भी कोरोना को लेकर डर पैदा हो गया है. रोजाना आ रहे करीब 200-250 कोविड मरीजों के बावजूद इस वायरस के मरीजों के एकाएक बढ़ने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि बीच में कोरोना मामलों के घट जाने के बाद अब एक बार फिर आयुष काढ़ा और रक्षा किटें लोगों की इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए उपलब्ध होंगी?
आपके शहर से (दिल्ली-एनसीआर)
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद की निदेशक डॉ. तनुजा नेसारी न्यूज18 हिंदी से बातचीत में बताती हैं कि आयुष मंत्रालय के आयुष64 काढ़े के अलावा एआईआईए के सहयोग से रक्षा किटों को तैयार किया गया था. इनमें बच्चों के लिए बाल रक्षा किट, फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों के लिए आयु रक्षा किट तैयार की गई थी. ऐसी लाखों किटें बांटी भी गई थीं. इसके अलावा कई ऑनलाइन पोर्टलों पर भी ये किटें बेची जा रही थीं. हालांकि पिछले साल के बाद कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद इन किटों का उत्पादन कम जरूर हुआ लेकिन बंद नहीं हुआ था.
अब चूंकि चीन में कोरोना में आए उछाल के बाद भारत में भी इसके संक्रमण को लेकर चिंता जताई जा रही है तो उसे ध्यान में रखते हुए एआईआईए की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट ने इन किटों का उत्पादन बढ़ा दिया है. जल्द ही लाखों बाल रक्षा और आयु रक्षा किटें बाजार में उपलब्ध होंगी. इसके अलावा आयुष64 काढ़ा भी बाजार में मौजूद है.
जन औषधि केंद्रों के लिए सरकार कर रही बातचीत
आयुष काढ़ा तो आज बाजार में मौजूद है लेकिन अब आयुर्वेद की इन किटों को भी प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्रों पर बेहद न्यूनतम दाम में उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार का स्वास्थ्य मंत्रालय बातचीत कर रहा है. हालांकि अभी ये सभी अमेजन आदि ऑनलाइन पोर्टलों पर मिल रही हैं.
माइल्ड कोरोना में भी उपयोगी हैं किटें
आयुष मंत्रालय की मानें तो आयुष 64 काढ़ा विभिन्न आयुर्वेदिक औषधियों का मिश्रण है जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. वहीं च्यवनप्रास, आयुष क्वाथ, समसामनी वटी, अणु तेल आदि से बनी ये रक्षा किटें भी इम्यूनिटी को मजबूत करने का काम करती हैं. इनका इस्तेमाल कोई भी स्वस्थ व्यक्ति भी कर सकता है. इसके अलावा ये माइल्ड लक्षणों वाले कोरोना को ठीक करने में भी सहायक हैं. लिहाजा सिम्टोमैटिक माइल्ड कोरोना होने पर भी ये काफी उपयोगी हैं.
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Tags: Ayushman Bharat scheme, Corona Virus
FIRST PUBLISHED : December 25, 2022, 16:17 IST
