हाइलाइट्स
1990 में जहां प्रति एक लाख की आबादी पर इस उम्र के 117 लोगों को डायबिटीज था
वहीं 2019 में बढ़कर यह प्रति एक लाख पर 183 हो गया.
Diabetes under 30: डायबिटीज को लेकर एक चौंकाने वाला अध्ययन सामने आया है. इस अध्ययन में दावा किया गया है कि पिछले 30 साल में युवाओं में डायबिटीज के मामले में तेजी से वृद्धि हो रहे हैं. करीब 200 देशों के डाटा के विश्लेषण के बाद पाया गया है कि 1990 से लेकर 2019 के दौरान युवाओं में टाइप 2 डायबिटीज के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है. इस अध्ययन को बीएमजे जर्नल में प्रकाशित किया गया है. अध्ययन में यह कहा गया है कि मध्य और निम्न मध्य आय वाले देशों में 30 साल के कम उम्र के युवा टाइप 2 डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं. इनमें 30 साल से कम उम्र की महिलाएं ज्यादा शिकार हो रही हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक विश्व में करीब 42.2 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. इसके साथ ही करीब 15 लाख लोगों की मौत हर साल प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से डायबिटीज के कारण होती है.ॉ
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सरकार से नीति बनाने का अनुरोध
एचटी की खबर के मुताबिक टाइप 2 डायबिटीज आमतौर पर प्रौढ़ और अधिक उम्र के लोगों को होता है. डायबिटीज की गंभीर बीमारी में हार्ट डिजीज, विजन लॉस और मौत का जोखिम बढ़ जाता है. अध्ययन में पाया गया कि पूरी दुनिया में 40 साल से नीचे के लोग डायबिटीज का इलाज कराने ज्यादा आने लगे हैं. हालांकि अध्ययन में यह नहीं बताया गया है कि डायबिटीज से महिला ज्यादा पीड़ित हैं या पुरुष. इसके अलावा यह भी नहीं बताया कि किन देशों में डायबिटीज से पीड़ित लोगों की संख्या ज्यादा है. हालांकि इसके लिए सामाजिक-आर्थिक कारणों को ज्यादा जिम्मेदार माना गया है. वहीं किन देशों में कम उम्र में डायबिटीज से पीड़ित होने के क्या कारण थे, यह भी अस्पष्ट है. इन सब कमियों को दूर करने के लिए शोधकर्ताओं ने ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी 2019 के डाटा का विश्लेषण किया है. इसमें जीवन की गुणवत्ता को विभिन्न मानकों पर परखा गया है. अध्ययन में शोधकर्ताओं ने विभिन्न देशों की सरकारों से डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए नीति बनाने का अनुरोध किया है.
15 से 39 साल की उम्र में समस्या ज्यादा
अध्ययन में इन विश्लेषणों के आधार पर पाया गया कि 15 साल से लेकर 39 साल तक की उम्र में लोगों को डायबिटीज की ज्यादा समस्या हुई. 1990 में जहां प्रति एक लाख की आबादी पर इस उम्र के 117 लोगों को डायबिटीज था वहीं 2019 में बढ़कर यह प्रति एक लाख पर 183 हो गया. इन सब कारणों से 1990 में जहां प्रति एक लाख पर 0.74 मौतें हुईं वहीं 2019 में यह बढ़कर 0.77 हो गई. आंकड़ों के मुताबिक 30 साल से पहले डायबिटीज के कारण महिलाओं की मौत ज्यादा हुई. दरअसल, जब शरीर में इंसुलिन का उत्पादन कम होने लगता है तब खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है. यह ग्लूकोज खून की नलियों में हार्ट, किडनी, ब्रेन, आंखों की नसों को प्रभावित करता है. इससे कई तरह की बीमारियां लगती है. डायबिटीज होने के बाद ये समस्याएं लोगों को बहुत करती है.
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Tags: Diabetes, Health, Health tips, Lifestyle, Pregnancy
FIRST PUBLISHED : December 19, 2022, 21:08 IST
