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नींद में बोलना है पैरासोम्निया का संकेत, जानें क्या है इस समस्या से बचने का उपाय

नींद में बोलना है पैरासोम्निया का संकेत, जानें क्या है इस समस्या से बचने का उपाय


हाइलाइट्स

पैरासोम्निया एक स्लीप डिसऑर्डर है.
इस रोग में रोगी सोते हुए असामन्य गतिविधियां करना शुरू कर देता है.
कुछ चीजों का ध्यान रख कर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.

Parasomnia Causes And Treatment: पैरासोम्निया एक स्लीप डिसऑर्डर है. इसमें असामान्य और अचानक फिजिकल इवेंट्स या एक्सपीरियंस शामिल होते हैं, जिनके कारण रोगी नींद में बाधा आती है. नींद से पहले या नींद के दौरान यह समस्या हो सकती है. अगर किसी को पैरासोम्निया है, तो उसकी मूवमेंट, बातें आदि असामान्य हो सकती हैं या वो कुछ विचित्र चीजें कर सकता है. इसमें रोगी असल में सो रहा होता है. लेकिन उसके बेड पार्टनर को ऐसा अनुभव होता है कि वो जाग रहा है.

हालांकि, पैरासोम्निया सामान्य है लेकिन, यह कुछ मामलों गंभीर भी हो सकता है. अन्य स्लीप डिसऑर्डर्स की तरह इसका इलाज संभव है. आइए पाएं जानकारी पैरासोम्निया के बारे में और जानें कि कैसे पाया जा सकता है इस समस्या से छुटकारा.

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पैरासोम्निया के कारण क्या हैं?
हेल्थलाइन के अनुसार पैरासोम्निया के कई कारण हो सकते हैं. कई चीजें एक-साथ मिल कर इस डिसऑर्डर को बढ़ा सकती हैं. जैसे:
-स्ट्रेस
-एंग्जायटी
-डिप्रेशन
-किसी खास सब्सटांस का इस्तेमाल
-कुछ मेडिकेशन्स
-इरेगुलर स्लीप शेड्यूल
-अन्य स्लीप डिसऑर्डर जैसे इंसोम्निया
-स्लीप डेप्रिवेशन
-न्यूरोलॉजिकल कंडीशंस जैसे पर्किंसन’स डिजीज

पैरासोम्निया से कैसे पाया जा सकता है छुटकारा?
पैरासोम्निया का ट्रीटमेंट इसके प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है. डॉक्टर इसके लिए रोगी को कुछ दवाईयों के साथ-साथ कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी की सलाह भी दे सकते हैं. इसके साथ ही कुछ अन्य तरीके भी इससे राहत पाने में मदद कर सकते हैं जैसे:

-अगर आप इस रोग के कारण नींद में चलते हैं, तो अपने कमरे से उन चीजों को निकाल दें जो आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं. इसके साथ ही आप अपनी खिड़कियों और दरवाजों को लॉक करें और फ्लोर पर मैट्रेस रखें.

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-इस समस्या से राहत पाने के लिए शेड्यूल अवेकिंग तकनीक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इसमें रोगी को रोजाना उठने के समय से कुछ टाइम पहले उठा दिया जाता है. इससे उन बेहवियर्स को कम करने में मदद मिलती है, जो एक निश्चित पैटर्न से होते हैं.

Tags: Health, Lifestyle



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