स्वास्थ्य

नई स्टडी का दावा- इंटरमिटेंट फास्टिंग से रिवर्स हो सकती है टाइप 2 डायबिटीज की समस्या !

नई स्टडी का दावा- इंटरमिटेंट फास्टिंग से रिवर्स हो सकती है टाइप 2 डायबिटीज की समस्या !


हाइलाइट्स

डायबिटीज के मरीजों को फास्टिंग से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.
इंटरमिटेंट फास्टिंग से वजन कम होता है और इससे इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ता है.

Can Intermittent Fasting Reverse Type 2 Diabetes: वर्तमान समय में इंटरमिटेंट फास्टिंग तेजी से बढ़ता जा रहा है. यह एक तरह की फास्टिंग होती है, जिसमें एक निश्चित समय पर लोग खाना खाते हैं और बाकी टाइम फास्टिंग करते हैं. इसे वेट लॉस के लिए काफी मददगार माना जा रहा है और यही वजह है कि लोग तेजी से इसे अपना रहे हैं. इसी बीच एक नई स्टडी में इंटरमिटेंट फास्टिंग को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. इसमें पता चला है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को चौंकाने वाले फायदे मिल सकते हैं. इस स्टडी में जो बातें सामने आई हैं, उन्हें सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे. इस बारे में विस्तार से जान लेते हैं.

नई स्टडी में हुआ यह खुलासा

मेडिकल न्यूज़ टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में की गई एक हालिया स्टडी में पता चला है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग से टाइप 2 डायबिटीज को रिवर्स करने में मदद मिल सकती है. इस स्टडी में शामिल किए गए 47.20 प्रतिशत लोगों की टाइप 2 डायबिटीज की समस्या 3 महीने तक इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से पूरी तरह रिवर्स हो गई. स्टडी के नतीजे काफी हैरान करने वाले रहे. यह स्टडी ‘द जर्नल ऑफ क्लीनिकल एंडोक्राइनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म’ में पब्लिश हुई है. यह बात पहले भी साबित हो चुकी है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर में इंसुलिन रजिस्टेंस कम हो जाता है और वजन घटाने में भी काफी मदद मिलती है.

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कैसे की गई थी यह स्टडी?

इस स्टडी में 38 से 72 साल की उम्र के 72 लोगों को शामिल किया गया था. ये सभी लोग पिछले 1-11 साल से टाइप 2 डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे थे. इन सभी का बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 19.1 से 30.4 था. स्टडी में शामिल लोगों को दो ग्रुप में डिवाइड किया गया था. एक ग्रुप को इंटरमिटेंट फास्टिंग वाली डाइट पर रखा गया और दूसरे ग्रुप को खाने पीने की पूरी छूट दी गई. इनमें से एक ग्रुप को करीब 3 महीने तक दिन में सिर्फ 840 कैलोरी वाली डाइट दी गई. 3 महीने बाद जब शोधकर्ताओं ने स्टडी का रिजल्ट निकाला तो पता चला कि जिन लोगों ने 3 महीने तक इंटरमिटेंट फास्टिंग का पालन किया, उनमें से करीब 50% लोगों को डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए दवाइयों की जरूरत नहीं पड़ी. ऐसे लोगों का वजन करीब 5.93 किलोग्राम कम हो गया.

क्या कहते हैं शोधकर्ता?

शोधकर्ताओं का कहना है कि पिछले कुछ दशकों में यह देखने को मिला है कि जो लोग खाने पीने का ध्यान रखकर कम समय में अपना वजन तेजी से कम करते हैं, उनमें से करीब 45% लोग टाइप 2 डायबिटीज को शुरुआती स्टेज में ही रिवर्स कर सकते हैं. वजन कम होने से पैंक्रियास में इंसुलिन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है और ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिलती है. इससे लिवर और मसल को ब्लड शुगर को रेगुलेट करने में आसानी होती है. कुल मिलाकर खाने पीने का ध्यान रखकर टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है और कुछ मामलों में इसे रिवर्स भी किया जा सकता है. हालांकि डायबिटीज के मरीजों को इंटरमिटेंट फास्टिंग से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.

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Tags: Blood Sugar, Diabetes, Health, Lifestyle



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