हाइलाइट्स
एक समय में एक घंटे से अधिक समय तक खड़े या बैठे नहीं रहें.
ब्रेन, हार्ट, लंग्स, किडनी में ब्लड क्लॉटिंग होना जानलेवा हो सकता है.
Blood Clotting Symptoms And Preventions: जब हमारे शरीर में किसी तरह की चोट लगती है या कट जाने से खून निकलने लगता है तो खून के स्त्राव को रोकने के लिए हमारा शरीर ब्लड क्लॉटिंग करना शुरू करता है. ब्लड क्लॉट होने से अधिक देर तक अत्यधिक रक्तस्राव का खतरा रुक जाता है. इस तरह शरीर में खून की कमी नही हो पाती है. लेकिन अगर ये ही ब्लड क्लॉटिंग लंग, हार्ट, ब्रेन में हो जाए तो ये हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसा खतरनाक हो सकता है. ये किसी भी इंसान के लिए जान जोखिम में डालने जैसा होता है. इसकी पहचान अगर सही समय पर हो जाए तो हम शुरुआती लक्षणों को देखकर गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों को रोक सकते हैं.
इसे भी पढ़ें: ये ब्रेकफास्ट ऑप्शंस वेट कम करने में कर सकते हैं मदद, कुछ ही दिनों में दिखेगा असर
ब्लड क्लॉटिंग के लक्षण
मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक, लंग में ब्लड क्लॉटिंग होने पर सांस की अचानक कमी, बलगम या खून वाली खांसी होना, अचानक सीने में तेज दर्द होना, तेज़ या अनियमित दिल की धड़कन, बुखार, बहुत ज़्यादा पसीना आना, हल्कापन या चक्कर आना हो सकता है.
ब्रेन में ब्लड क्लॉटिंग होने पर चेहरे, हाथ या पैर में सुन्नता या कमजोरी महसूस होना, बोलने या बातों को समझने में कठिनाई, एक या दोनों आंखों में दृष्टि की हानि, चलने में कठिनाई, संतुलन या समन्वय नहीं होना, अचानक और गंभीर सिरदर्द, सिर चकराना आदि होता है.
हार्ट में ब्लड क्लॉटिंग होने पर छाती या ऊपरी शरीर में दर्द या भारीपन, सांसों की कमी, पसीना आना, जी मिचलाना और चक्कर आना इसके लक्षण हो सकते हैं.
किडनी में ब्लड क्लॉट होने पर ऊपरी पेट, पीठ और बाजू में दर्द और टेंडरनेस महसूस होना, पेशाब में खून आना, मूत्र में कमी, बुखार, जी मिचलाना, उल्टी आदि हो सकते हैं.
पैरों और हाथों में ब्लड क्लॉट होने पर हाथ या पैर में दर्द, हाथ या पैर में अचानक गर्मी महसूस होना, सूजन या टेंडरनेस, स्किन पर लाल या नीला दाग होना आदि नजर आता है.
ब्लड क्लॉटिंग से बचाव का तरीका
-आप हर वक्त ढीले ढाले कपड़े पहनने, खासकर शरीर के निचले हिस्से पर.
-आप कॉम्प्रेशन स्टॉकिंग पहनकर भी ब्लड क्लॉटिंग को रोक सकते हैं.
-धूम्रपान करते हैं तो इस आदत को छोड़कर भी क्लॉटिंग की समस्या को रोका जा सकता है.
-आप अधिक से अधिक तरल पदार्थ पीने की आदत डालें.
-कम से कम नमक का सेवन करें.
-नियमित रूप से व्यायाम करें.
-अधिक वजन ना होने दें.
-लंबी यात्राओं के दौरान एक जगह बैठे रहने से बचें और बीच बीच में अपना पोजीशन बदलते रहें.
-एक समय में एक घंटे से अधिक समय तक खड़े या बैठे नहीं रहें.
-अगर आप लंबे समय तक लेटे रहते हैं तो पैरों को हृदय के स्तर से ऊपर उठाने का प्रयास करें.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Health, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : December 21, 2022, 20:48 IST
