हाइलाइट्स
जलकुंभी के पत्तों और फूलों का इस्तेमाल बीमारियों के इलाज में किया जाता है.
जलकुंभी में एंटी-कैंसर यौगिक होते हैं, जो कैंसर का खतरा कम कर सकते हैं.
Jalkumbi Health Benefits: हमारे आसपास कई ऐसे पेड़-पौधे होते हैं, जिनका सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो कई बड़ी बीमारियों से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है. अक्सर आपने तालाब और अन्य पानी वाली जगह पर हरे पत्ते देखे होंगे, जो पानी पर तैरते हुए नजर आते हैं. इनमें से कुछ पत्ते और फूल सेहत के लिए बेहद लाभकारी हो सकते हैं. इनमें से एक जड़ी-बूटी जलकुंभी (Water Hyacinth) होती है. यह पानी वाली जगह पर आसानी से मिल जाती है और बरसात के मौसम में हर जगह देखने को मिलती है. जलकुंभी और इसके पत्ते औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. इनका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है. जलकुंभी में कई चमत्कारी गुण होते हैं. आज आपको जलकुंभी के फायदों के बारे में बता रहे हैं.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक जलकुंभी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं. जलकुंभी का इस्तेमाल हैजा, गले में खराश और सांप के काटने के इलाज के लिए किया जा सकता है. कई देशों में जलकुंभी को दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. जलकुंभी की जड़ों, पत्तियों और फूलों का वैज्ञानिक रूप से परीक्षण किया गया है. इनमें पाया गया कि जलकुंभी में कई ऐसे रासायनिक घटक होते हैं, जो बीमारियों को ठीक करने में सक्षम हैं. जलकुंभी के अर्क में बुढ़ापे को रोकने के लिए एक विकल्प के रूप में उपयोग किया जा सकता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि जलकुंभी में कैंसर से लड़ने वाले कई यौगिक होते हैं, जिसकी वजह से इसे एंटी-कैंसर भी माना जाता है. जलकुंभी में तमाम पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर में नई ऊर्जा और ताकत प्रदान करते हैं. शरीर को फौलादी और निरोगी बनाने के लिए जलकुंभी का इस्तेमाल किया जा सकता है.
जलकुंभी के 5 फायदे जान लीजिए
– जलकुंभी को स्किन के लिए वरदान माना जा सकता है. एक्जिमा जैसी स्किन प्रॉब्लम में जलकुंभी के पत्तों का अर्क बेहद असरदार हो सकता है. कई स्किन केयर प्रोडक्ट में जलकुंभी को मिलाया जाता है. जलकुंभी का उपयोग करने से स्किन की कई समस्याएं दूर हो सकती हैं.
– पेट की सेहत के लिए जलकुंभी को अच्छा माना जाता है. डाइजेशन की समस्याओं से जूझ रहे लोगों को जलकुंभी की फलियों का सेवन करना चाहिए. यह जड़ी-बूटी दस्त, मतली, और पेट फूलने के इलाज के लिए भी जानी जाती है. आयुर्वेद में भी पेट के लिए इसे बेहद लाभकारी माना गया है.
यह भी पढ़ें- दही में मिलाकर कभी न खाएं यह सफेद चीज, जवानी में ही आ जाएगा बुढ़ापा, 90 फीसदी लोग करते हैं गलती, तुरंत बदलें आदत
– आपको जानकर हैरानी होगी कि जलकुंभी में ऐसे गुण होते हैं, जो शरीर में बढ़ने वाले कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकते हैं. हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए जलकुंभी को फायदेमंद माना जाता है. जलकुंभी की फलियों के हाइपो कोलेस्ट्रोलेमिक गुण कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं.
– गले की खराश और सूजन को दूर करने के लिए जलकुंभी का अर्क इस्तेमाल किया जा सकता है. यह अर्क गले के साथ कानों की समस्याओं को भी ठीक कर सकता है. सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के इलाज में भी जलकुंभी बेहद असरदार हो सकती है.
यह भी पढ़ें- शरीर की इन जगहों पर चाट ले कुत्ता, तो हो सकती है रैबीज की बीमारी, कभी न करें यह गलती, जा सकती है जान
– महिलाओं के लिए जलकुंभी अमृत समान है. जलकुंभी को स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए यह असरदार मानी जाती है. उबली हुई जलकुंभी की फलियों का सेवन महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी है. इस जड़ी-बूटी के फूल अनियमित पीरियड्स की परेशानी से छुटकारा दिला सकते हैं.
.
Tags: Health, Lifestyle, Trending news
FIRST PUBLISHED : September 15, 2023, 17:13 IST
