Colorectal Cancer Symptoms: दुनिया के दिग्गज फुटबॉलरों में शुमार पेले स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. वे इस समय कोलन कैंसर जिसे कोलोरेक्टल कैंसर भी कहा जाता है से पीड़ित चल रहे हैं. उन्हें अल्बर्ट एंस्टीन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 82 वर्षीय फुटबॉलर को स्पेशल ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उन्हें कीमोथेरेपी दी गई है लेकिन इसका भी कोई खास असर नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों में उनके स्वास्थ्य में काफी गिरावट आ गई है और उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है.
कोलोरेक्टल कैंसर की वजह से पेले की किडनी और गुर्दे भी प्रभावित हुए हैं. मायोक्लीनिक के अनुसार कोलोरेक्टल कैंसर वह है जो हमारे कोलन या मलाशय में होता है. इसे कोलन या फिर रेक्टल कैंसर भी कहते हैं.
क्या है कोलोरेक्टर कैंसर?
बता दें कि कोलन बड़ी आंत होती है. वहीं मलाशय वह मार्ग है जो कोलन को गुदा यानी एनस से जोड़ता है. कोलन और मलाशय मिलकर ही शरीर में बड़ी आंत का निर्माण करते हैं और यह हमारे पाचन तंत्र का एक अहम हिस्सा होता है. ज्यादातर कोलोरेक्टल कैंसर की शुरुआत कोलन या फिर मलाशय के अंदरूनी परत में वृद्धि से शुरू होता है. इस वृद्धि को पॉलीप कहा जाता है.
यदि पॉलीप में कैसर बनता है तो धीर धीरे यह मलाशय की दीवार को भी प्रभावित करने लगता है. कोलन या फिर मलाशय की दीवार कई परतों से बनी होती है और कोलोरेक्टल कैंसर सबसे अंदरूनी वाली परत से शुरू होता है. धीरे धीरे यह दूसरी परतों में फैल जाता है और बाहरी परत से यह दूसरे अंगों में भी विकसित होने लगता है.
अनुलोम-विलोम करते समय कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलतियां, एक्सपर्ट से जानें क्या है सही तरीका
कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षण
कोलोरेक्टल कैंसर, कैंसर का एक ऐसा प्रकार है जिसमें शुरुआती लक्षण नजर नहीं आते, इसलिए इससे बचने के लिए बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है. इसके होने में कई बदलाव दिखते हैं…
– आंत आदतों में बदलाव आना
– मल में खून का आना
– कुछ भी खाने में दस्त या कब्ज की समस्या होना.
– पेट में दर्द या फिर ऐंठन का बने रहना
– तेजी से वजन कम होना
– बार बार वॉमिटिंग होना
कोलन कैंसर को बढ़ावा देने वाले कारक
– अधिक मोटापा होना
– धूम्रपान, तंबाकू का सेवन
– शराब का सेवन
– पेट के अल्सर का पारिवारिक इतिहास होना
– ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस
– पेट के कैंसर का पारिवारिक इतिहास होना
– गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग होना
– वसायुक्त, नमकीन, स्मोक्ड या मसालेदार भोजन करना
कोलोरेक्टल कैंसर से बचाव के उपाय
– लक्षण नजर आने पर स्क्रीनिंग कराएं
– कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार लें
– एस्पिरिन लेना
– हेल्दी डाइट प्लान फॉलो करें.
– धूम्रपान या फिर शराब का सेवन बंद करें
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Cancer, Health, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : December 26, 2022, 09:00 IST
