नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना (Covid-19) के बढ़ते मामले और मंकीपॉक्स (Monkeypox) के दो मरीज मिलने के बाद डेंगू (Dengue) ने भी दिल्लीवालों को डराना शुरू कर दिया है. दिल्ली नगर निगम (MCD) की ताजा रिपोर्ट में राजधानी में 30 जुलाई 2022 तक डेंगू के 169 मामले सामने आ चुके हैं. दिल्ली में डेंगू की यह संख्या पिछले पांच साल से ज्यादा है, जबकि इस साल मॉनसून की बारिश भी उतनी अच्छी नहीं हुई है. साल 2017 के बाद पहली बार दिल्ली में इतने मामले सामने आए हैं. इससे पहले 2017 में 185 मामले जुलाई महीने तक सामने आए थे. डेंगू के बढ़ते मामले के बीच दिल्ली नगर निगम ने कहा है कि मॉनसून में मच्छरों के चलते डेंगू के मामलों की संख्या बढ़ रही है, हालांकि इस साल अब तक एक भी डेंगू मरीज की मौत नहीं हुई है.
दिल्ली में डेंगू के मामलों की रोकथाम के लिए नगर निगम लगातार नाकाम साबित हो रहा है. इस साल 20 जुलाई तक दिल्ली में डेंगू के 169 मामलों की पु्ष्टि हो चुकी है. पिछले कुछ सालों की बात करें तो 30 जुलाई 2017 तक दिल्ली में डेंगू के 185, 2018 और 2019 में 40 मामले, 2020 में 31 मामले और 2021 में 52 मामले सामने आए थे. वहीं, इस साल 30 जुलाई 2022 तक मलेरिया के 33 मामले सामने आ चुके हैं. पिछले साल भी मलेरिया के 21 मामले सामने आए थे. वहीं, 2017 में 30 जुलाई तक मलेरिया के 171 मामले सामने आए थे.जबकि, बीते साल 30 जुलाई तक मलेरिया के 11 मामले सामने आए थे.

डेंगू का बुखार एडीस मच्छर के काटने से होता है. (सांकेतिक फोटो)
डेंगू कैसे होता है और इसके लक्षण
डेंगू का बुखार एडीस मच्छर के काटने से होता है. इसके बाद पूरे शरीर में दर्द होना शुरू हो जाता है. जुलाई से लेकर अक्टूबर के महीने में लगातार बारिश होने के कारण मच्छर पनपते हैं. वैसे ये मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं. इन मच्छरों का प्रकोप ज्यादातर दिन के वक्त ही होता है. एडीज मच्छर 3 फीट से ज्यादा ऊंचाई पर नहीं उड़ पाते हैं.
डेंगू होने पर आप क्या करें
डॉक्टरों के मुताबिक एडीस मच्छर के डंक मारने के बाद बीमारी के लक्षण 3, 4 दिन बाद दिखने लगते हैं. इससे अधिक समय भी लग सकता है. डॉक्टर बताते हैं कि जब कोई एडीज मच्छर काटता है तो वह इंसान का खून चूसता है और खून में डेंगू का वायरस छोड़ देता है फिर अगर वही मच्छर दूसरे व्यक्ति को काट लेता है तो वो भी डेंगू की चपेट में आ जाता है.

राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के अधीक्षक डॉ अजीत सिंह ने बताया कि मंकीपॉक्स के संदिग्ध लक्षणों वाले 20 साल के एक युवक को रविवार रात को किशनगढ़ से यहां भेजा गया.
कितने तरह का होता है डेंगू फीवर
डेंगू फीवर 3 तरह का होता है जिसमें से दो बुखार बेहद खराब माने जाते हैं. डॉक्टरों का मानना है कि तीन तरह के बुखार जैसे की क्लासिकल डेंगू फीवर, डेंगू हैमरेजिक फीवर (डीएचएफ), डेंगू शॉक सिंड्रोम (डीएसएस). इन तीनों में से सबसे ज्यादा खराब डीएचएफ और डीएसएस होता है क्योंकि इससे ग्रस्त मरीज को अगर जल्द ही हॉस्पिटल में एडमिट नहीं कराया गया तो उसकी मौत हो सकती है.
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इसलिए कोरोना के बढ़ते मामले और मंकीपॉक्स के बीच अगर किसी शख्स को तेज बुखार, जोड़ों में दर्द या शरीर पर रैशेज दिखाई दे तो तुरंत डेंगू का चेकअप करा लेना चाहिए. इन लक्षणों के अलावा सिर के आगे वाले हिस्से में जोर का दर्द होता है और भूख नहीं लगती. ये लक्षण इतने आम दिखाई देते हैं कि लोग अक्सर इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं.
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Tags: Covid-19 in Delhi, Dengue alert, Dengue in Delhi, Dengue outbreak, Malaria, Monkeypox
FIRST PUBLISHED : August 02, 2022, 14:44 IST
