स्वास्थ्य

आंतों के लिए खतरनाक हो सकता है कॉफी, शराब और दवाओं का अधिक सेवन, जानें ये ज़रूरी बातें

आंतों के लिए खतरनाक हो सकता है कॉफी, शराब और दवाओं का अधिक सेवन, जानें ये ज़रूरी बातें


हाइलाइट्स

अल्‍कोहल आंत और डाइजेस्टिव ट्रैक को अलग अलग तरीके से प्रभावित करता है.
अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन अपच और पेट में गैस की समस्‍या को भी बढ़ाता है.

Coffee Alcohol Medicines Affect Gut Health: हेल्‍दी आंतें हमारे डाइजेशन सिस्‍टम को बेहतर रखती हैं और खाने में मौजूद न्‍यूट्रिशन्‍स को शरीर में अवशोषित करने में मदद करती हैं. यही नहीं, ये हमारी बॉडी के माइक्रोबायोटा और मेटाबॉलिज्‍म को भी बेहतर रखने में मदद करती हैं. बता दें कि आंत और पाचन का संबंध हमारी बेहतर इम्‍यूनिटी और एनर्जी लेवल को बढ़ाने से भी जुड़ा हुआ है. दरअसल, हमारी गट यानी कि आंतों में करोड़ों गुड बैक्‍टीरिया मौजूद होते हैं जो गट को हेल्‍दी बनाए रखने का काम करते हैं. लेकिन जब आप अधिक मात्रा में कॉफी, अल्‍कोहल और दवाओं का सेवन करने लगते हैं तो गट हेल्‍थ पर इसका गलत असर पड़ने लगता है.

इंडियन एक्‍सप्रेस में छपी खबर में इंटरनल मेडिसिन, इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल, नई दिल्ली के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुरनजीत चटर्जी के बताया कि अधिक मात्रा में कॉफी, दवाओं और अल्कोहल का लगातार सेवन किया जाए तो माइक्रोबायोम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और ये आंतों के म्यूकोसा को भी प्रभावित करता है जिससे माइक्रोबायोटा इंबैलेंस हो जाता है और समस्‍याएं शुरू हो जाती हैं. यहां हम आपको बताते हैं कि इनके अधिक सेवन से गट यानी आंतों को क्‍या नुकसान हो सकता है.

कितनी कप कॉफी नुकसानदायक
यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्‍ट्रेशन के मुताबिक 400 मिली ग्राम यानी कि 2 से 3 कप कॉफी का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं होता. अगर आप इतनी मात्रा में कॉफी का सेवन करते हैं तो ये गट, डाइजेशन, इंफ्लामेशन, गैस की समस्‍या, पेट की सर्जरी आदि को हील करने का काम करता है. लेकिन अगर आप इससे अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन करें तो अपच और पेट में गैस की समस्‍या बढ़ सकती है. इसके सेवन से पेट में एसिड बनने लगते हैं और इसके बाद गैस्‍ट्रोइन्‍टस्‍टाइनल ट्रैक में जलन होने लगती है.

अल्‍कोहल का असर
अधिक मात्रा में अल्‍कोहल का सेवन पेट और डाइजेस्टिव ट्रैक को अलग अलग तरीके से प्रभावित करता है. अधिक अल्‍कोहल पेट में तेजी से एसिड बनाने लगता है. इसके कारण गट में बैक्‍टीरियल इंबैलेंस और बैक्‍टेरियल ओवर ग्रोथ होने की आशंका बन जाती है जो इंडोटॉक्‍सीन रिलीज करता है. जब आप अधिक मात्रा में ज्यादा दिनों तक इसका सेवन करते रहते हैं तो ये डाइजेस्टिव सिस्‍टम और लिवर में जाकर इन्‍हें प्रभावित करने लगता है. इसके सेवन में पेट में म्‍यूकस सेल डैमेज हो जाते हैं और सूजन व घाव होने लगते हैं. यही नहीं, धीरे-धीरे ये पेट, ब्रेस्‍ट, माउथ, लिवर आदि में कैंसर की वजह भी बन जाता है.

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दवाओं का असर
दवाओं का आंत पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है. कई बार गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में कुछ दवाएं टॉक्सिक हो जाती हैं और लीकी गट की समस्‍या शुरू हो जाती है. इसमें भोजन और टॉक्‍स‍िक चीजों के सेल्‍स आंत में बैक्टीरिया के संतुलन को बिगाड़ते हैं जिससे पाचन संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. ऐसी समस्‍या एंटी डिप्रेशन, एंटी एंजायटी ड्रग, पेनकीलर दवाओं आदि के सेवन से हो सकता है.

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Tags: Health, Lifestyle



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