बता दें, स्टारबक्स दुनिया की सबसे बड़ी कॉफीहाउस कंपनी है। इस कंपनी का अकेले अमेरिका में 11000 से अधिक, कनाडा में 1000 से अधिक और यूरोप में 700 से अधिक स्टोर हैं। मगर भारत में कंपनी उतनी कामयाब नहीं हो पाई, क्योंकि भारतीयों के कॉफ़ी का स्वाद बाकी दुनिया के कॉफ़ी स्वाद से भिन्न है। भारतीय आम तौर पर थोड़ी मीठे की तरफ झुकाव वाली कॉफ़ी पीना ज़्यादा पसंद करते हैं। बाकी दुनिया में लोग थोड़ी डार्क या यूँ कह लें की फिल्टर कॉफ़ी पसंद करते हैं। वहीं भारतीय कॉफी से ज्यादा चाय को तरजीह देते हैं।
भारतीयों की पसंद को देखते हुए स्टारबक्स अब अपने मेन्यू में बदलाव लाने जा रहा है। वह अपने मेन्यू में मसाला चाय और फिल्टर कॉफी के साथ-साथ स्ट्रीट स्टाइल वाले सैंडविच, मिल्कशेक, और स्नैक्स भी शामिल करने वाला है। स्टारबक्स ने अपने मेन्यू में बदलाव लाने से पहले इसका परीक्षण कर चुका है। इसने पहले भारत के चार बड़े बाजारों बेंगलुरु, भोपाल, इंदौर और गुड़गांव में इस मेन्यू का परीक्षण किया जो सफल रहा।
ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी इंटरनेशनल ब्रांड ने भारतीयों के लिए अपने अंदर बदलाव लाया हो। इससे पहले 1980 के दशक में नेस्ले ने अपने मैगी के स्वाद को बदला। इसने मैगी ब्रांड के लिए ‘हॉट एंड स्पाइसी’ सॉस मसाला दिया। फिर पिज्जा हट से पनीर पिज्जा और मैकडॉनल्ड्स के प्रसिद्ध मैकआलू टिक्की बर्गर भी देखने को मिले। वहीं इंटरनेशनल फास्ट फूड चेन की इस लंबी लिस्ट में स्टारबक्स भी शामिल हो रहा है।
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दास ने कहा कि कुछ खाद्य पदार्थ जिन्हें हम स्टारबक्स में शुरुआती तौर पर लॉन्च कर रहे हैं, वो काफी किफायती होने के साथ ही ग्राहकों के एक बड़े वर्ग को आकर्षित कर रहा है। हम ग्राहकों के स्वाद के अनुसार अपने मेन्यू को तैयार कर रहे हैं, इस प्रयोग को आजमाते हुए हम यह देखने की कोशिश कर रहे हैं की यह कितना सफल हो सकता है।
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