रिपोर्ट के अनुसार, जोधपुर निवासी पल्लव माहेश्वरी ने कहा कि हाल ही में उन्होनें Ola Electric Scooter खरीदा था। ड्राइविंग के दौरान ओला स्कूटर एक बार सवारी करते समय रिवर्स मोड में चला गया, लेकिन उस समय, उसने इसे छोटी-मोटी गड़बड़ी समझकर अनदेखा कर दिया। हालांकि, पल्लव के पिता के साथ भी ऐसा ही हुआ जब वह स्कूटर को पार्क करने की कोशिश कर रहा थें, और अचानक से स्कूटर रिवर्स मोड में (पीछे की तरफ चलने लगा) जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गएं।
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पल्लव ने इस घटना को उजागर करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और यह भी बताया कि उनके पिता को कितनी चोटें आईं। उन्होंने लिखा, “घटना के दौरान उनके पिता का सिर दीवार से टकराया, जिसमें उनके सिर में 10 टांके लगे हैं। इसके अलावां उनका बायां हाथ भी टूट गया है जिसमें 2 प्लेट लगाने होंगे।”
पल्लव के पिता का जरूरी इलाज चल रहा है और वह ठीक हो रहे हैं, लेकिन इस तरह की घटना ने सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पल्लव ने ओला से स्कूटरों को रिकॉल करने और गड़बड़ी को ठीक करने का आग्रह किया है, यह इंगित करते हुए कि ओला “खराब परीक्षण” उत्पादों के साथ अपने ग्राहकों की सुरक्षा से समझौता कर रहा है।
बता दें कि, ऐसा पहली बार नहीं है ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठे हैं। इससे पहले भी कई यूजर्स ने स्कूटर के तकनीक और डिवाइसेज लेकर आपत्ती जाहिर की थी। हाल ही में पुणे में Ola के एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग भी लग गई थी, जिसके बाद कंपनी ने स्कूटर के एक बैच को रिकॉल भी किया था।
