एक ऑनलाइन रिसर्च के मुताबिक लोगों का विश्वास अब पुरानी कारों पर बढ़ गया है, और ये यूज्ड मार्केट में नई कार के मुकाबले 30 से 40 प्रतिशत कम कीमत पर सेल की जाती हैं। उदाहरण के तौर पर देखें तो 2016-17 Hyundai Grand i10s को एक वेबसाइट पर लगभग 6 से 6.5 लाख रुपये में बेचा जा रहा है। इसकी सबसे खास बात है, कि यह टॉर्क कन्वर्टर गियरबॉक्स से लैस हैं। हालांकि, एक नई Renault Kwid AMT भी लगभग इसी कीमत पर उपलब्ध है, वो भी बिल्कुल नई। न सिर्फ Kwid बल्कि इस कीमत पर आप सेलेरियो भी खरीद सकते हैं। तो सवाल यह उठता है कि नई कार को खरीदें, या फिर यूज्ड पर भरोसा जमाएं?

पुरानी कारों को खरीदने की सबसे बड़ी वजह होती है, इनकी कीमत। अगर आप 2 से 3 साल पुरानी कार भी खरीदते हैं, तो भी आपको 1 से 2 लाख रुपये तक कीमत में अंतर दिखाई देता है, हालांकि इन कारों को आज देश की कई प्रसिद्व कंपनियां अपनी यूज्ड कार फर्म के द्वारा सेल कर रही हैं, तो ज्यादा डरने वाली बात नहीं है, लेकिन यूज्ड कार का मतलब है, कि मालिक ने उस कार को अच्छे से चलाया है, और मन भर जाने के बाद या मॉडल अपग्रेड करने के चलते वह इसे बेचना चाहता है। जैसा कि हम हमेशा बताते आएं हैं, कि कुछ चीजों को गहराई से जांच कर आप एक पुरानी कार के मॉडल की जांच करना, मैकेनिक से कार की जांच कराना, VIN की जाँच और सर्विस रिकॉर्ड की जांच के साथ बीमा रिकॉर्ड व कई बार की एक लंबी टेस्ट ड्राइव शामिल है।
खैर, वापस आते हैं, अपने सवाल पर यूज्ड कार और नई कार। तो अगर आप 6 लाख के आसपास का बजट बनाकर पुरानी कार को खरीदेंगे। तो हो सकता है, यह आपके निए एक बढ़िया सौदा न हो। क्योंकि इस बजट में आपके पास ढ़ेरों विकल्प मौजूद हैं। जिनमें Nissan Magnite एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जिसकी कीमत 6 लाख के भीतर तय की गई है, वहीं आप अगर मिनी हैच को खरीदने के इरादे से नहीं हैं, तो Honda Jazz CVT भी 6 लाख से कम कीमत पर उपलब्ध है। इसके अलावा Maruti Suzuki की एंट्री लेवल गाड़ियों पर भी आप गौर कर सकते हैं, जो देश में माइलजे के लिए जानी जाती हैं।

