इसके बाद क्रेन का उपयोग करके वाहन को बाहर निकाला गया और पुलिस ने परिवहन विभाग के माध्यम से पंजीकरण विवरण की जानाकरी ली। जिसके बाद पता चला कि कार बेंगलुरु के महालक्ष्मी में रहने वाले एक व्यक्ति की है। पुलिस टीम ने मालिक की तलाश की और उसे ढूंढ़कर थाने बुलाया लेकिन उससे पूछताछ के बाद कुछ भी पता नहीं चला। कोई जवाब न मिलने पर पुलिस ने तब परिवार के सदस्यों को फोन करके बुलवाया। जिसके बाद कार के पानी में तैरने की वजह सामने आई।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि मां की मौत के बाद वह व्यक्ति डिप्रेशन में चला गया था। वह दुखी था और बेंगलुरु में अपने घर वापस जाने से पहले कार को नदी में बहा दिया और उसने घटना के बारे में किसी को नहीं बताया। श्रीरंगपटना के सब-इंस्पेक्टर ने कहा कि वे मालिक की पहचान स्थापित नहीं कर सके क्योंकि वह भ्रमित और परेशान लग रहा था। हालांकि, दिलचस्प बात यह है, कि किसी स्थानीय व्यक्ति ने नहीं देखा कि कार को कैसे उसने नदी में बहा दिया। हो सकत है, कि आदमी ने वाहन को नदी में धकेल दिया या हो सकता है कि उसे ड्राइव मोड में डाल दिया हो।
