कछुए की अंगूठी क्यों मानी जाती है विशेष: दरअसल कछुए को भगवान विष्णु के कच्छप अवतार का स्वरूप माना जाता है जिनके सहयोग से सागर मंथन संभव हो पाया था। उसी सागर मंथन से देवी लक्ष्मी भी प्रकट हुई थीं। मान्यताओं के अनुसार कछुए की अंगूठी धारण करने से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है।
व्यवहार करती है संतुलित: जिन लोगों का व्यवहार काफी उग्र होता है वो लोग अगर इस अंगूठी को धारण करते हैं तो उनका व्यवहार काफी शांत और सौम्य हो जाता है। ज्योतिष के अनुसार कछुआ पानी में रहने वाला जीव है। वहीं जल का गुण शीतलता है इसलिए ये अंगूठी व्यक्ति की उग्रता कम करने का कार्य करती है।
इन 3 राशि के लोग न पहनें ये अंगूठी: ज्योतिष के अनुसार कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों को ये अंगूठी धारण नहीं करनी चाहिए। ऐसा करना इन राशि के लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। क्योंकि ये तीनों जल तत्व की राशि हैं। इसे धारण करने से इनमें शीत प्रकृति बढ सकती है। जिससे स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
इस तरह से करें धारण: इस अंगूठी को धारण करते समय इस बात का ध्यान रखें कि कछुए का मुख आपकी तरफ होना चाहिए। ऐसा करने से धन आपकी तरफ आकर्षित होगा। वहीं अगर आप इस तरह पहनते हैं जिससे कि कछुए का मुख बाहर की तरफ हो जाए तो इससे धन एकत्र करने में दिक्कत होती है।
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