ज्योतिष शास्त्र: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्नों के प्रभाव से आपके ग्रहों को मजबूती मिलती है। ऐसे में शिक्षा, व्यापार या नौकरी और प्रेम संबंधों में सफलता के लिए गहरे आसमानी रंग के इस रत्न को धारण करना शुभ माना जाता है।
नई दिल्ली
Updated: April 12, 2022 04:05:03 pm
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु ग्रह को आपके जीवन में शिक्षा, व्यापार, नौकरी, दांपत्य जीवन अथवा प्रेम आदि से जुड़े कार्यों की सफलता का कारक माना गया है। कुंडली में गुरु की स्थिति खराब होने से नौकरी अथवा व्यवसाय में तरक्की ना मिलना और प्रेम विवाह में परेशानियां आना जैसी समस्याएं पैदा होने लगती हैं। वहीं रत्न शास्त्र के अनुसार ग्रहों से संबंधित रत्नों को धारण करने से सकारात्मक परिणाम मिलने की मान्यता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि गुरु ग्रह की स्थिति को मजबूत करने के लिए कौनसा रत्न धारण करना चाहिए…

गुरु ग्रह को मजबूत करने वाला ये रत्न नौकरी, व्यापार और प्रेम संबंधों में दिलाता है सफलता
फिरोजा रत्न के फायदे
गहरे आसमानी रंग का रत्न फिरोजा बृहस्पति ग्रह से सम्बन्धित होता है। माना जाता है कि इस फिरोजा रत्न को धारण करने से कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति को प्रबलता मिलती है। वहीं फिरोजा रत्न राहु केतु के दुष्प्रभाव को भी कम करने में भी सहायक होता है।
फिरोजा रत्न धारण करने से आपके ज्ञान और आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है। साथ ही जो लोग लंबे समय से व्यवसाय और नौकरी में असफलताओं का सामना कर रहे हैं, उन्हें भी फिरोजा रत्न धारण करने के सलाह दी जाती है। इसके अलावा करियर में सफलता हासिल करने में भी इस रत्न के फायदे देखे जा सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में गुरु ग्रह के आपके पक्ष में ना होने से दांपत्य जीवन में मनमुटाव और प्रेम विवाह में परेशानियां आने लगती हैं। ऐसे में अपने निजी रिश्तों में मधुरता बनाए रखने के लिए फिरोजा रत्न धारण करना लाभप्रद होता है।
फिरोजा रत्न को सोने या तांबे की धातु में बनवाकर पहनना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार फिरोजा रत्न धारण करने से पहले आप इसे दूध और गंगाजल के मिश्रण में डाल कर शुद्ध कर लें। वहीं गुरुवार और शुक्रवार का दिन इस रत्न को धारण करने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक फिरोजा रत्न धनु राशि वालों के लिए बहुत फलदायी माना जाता है। इसके अलावा मेष राशि, कर्क, सिंह और वृश्चिक राशि के लोग भी फिरोजा रत्न धारण कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि किसी भी रत्नों को धारण करने से पहले किसी विद्वान या ज्योतिष से सलाह अवश्य ले लें।
चाणक्य नीति: हर पुरुष को बड़ा दुख देती हैं ये 3 बातें
अगली खबर
