भोपालPublished: Oct 11, 2023 07:56:55 pm
Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि आने वाली है, 15 अक्टूबर को कलश स्थापना से मां दुर्गा की पूजा का पर्व शुरू हो जाएगा। इस पूजा में जवारे बोने का विशेष महत्व है। इसमें माता की कृपा के संकेत छिपे रहते हैं। इसलिए ज्वारे बोने में कोई गलती नहीं होनी चाहिए तो आइये जानते हैं नवदुर्गा उत्सव में जवारे उगाने का नियम..
नवरात्रि में ज्वारे उगाने का विशेष महत्व है, इसके संकेत समझें
नवरात्रि में ज्वारे का महत्व
चैत्र और शारदीय नवरात्र, दोनों में ही जवारे उगाने का विशेष महत्त्व है। पृथ्वी पर उगाई जाने वाली सबसे पहली फसल जौ को ही माना जाता है। पृथ्वी को मां का दर्जा दिया गया है। साथ ही धरती पर उगी पहली फसल ज्वारे को भी शास्त्रों में मां का ही एक रूप माना गया है। मान्यता है कि जिस घर में ज्वारे अच्छी तरह से बढ़ते हैं, उन पर माता की कृपा होती है। मान्यता है जिस घर में अच्छे हरे जवारे उगते हैं और तेजी से बढ़ते हैं उस घर में सुख समृद्धि आती है। वहीं जिन घरों में पीले जवारे उगते हैं, या अच्छे से नहीं उगते तो माना जाता है माता रानी नाराज हैं और परिवार पर संकट है, परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
