1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण के समय रखा हुआ खाना दूषित माना जाता है। इसलिए इस समय गर्भवती महिलाओं को कुछ भी खाने-पीने से बचना चाहिए। हालांकि आप चंद्र ग्रहण के 3-4 घंटे पहले तक कुछ खा सकती हैं।
2. ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी भी नुकीली या धारदार वस्तु का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और साथ ही सिलाई, कटाई जैसे काम भी नहीं करने चाहिएं।
3. धार्मिक और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं घर में अंदर ही रहें, क्योंकि इस समय ग्रहण की किरणों का असर गर्भवती महिला के पेट में पल रहे शिशु पर पड़ने से गर्भस्थ शिशु की मानसिक और शारीरिक सेहत को नुकसान हो सकता है।
4. माना जाता है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोना भी नहीं चाहिए। ग्रहण की समाप्ति तक गर्भवती महिलाएं मन में भगवान का नाम लें और तुलसी का पत्ता अपनी जीभ पर रखकर दुर्गा मां की स्तुति करें।
5. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, यह भी कहा गया है कि चंद्र ग्रहण के समाप्त होने के बाद गर्भवती महिलाओं को स्नान कर लेना चाहिए ताकि सारा नकारात्मक प्रभाव दूर हो सके। अन्यथा गर्भ में पल रहे शिशु को त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।)
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