मां लक्ष्मी के सबसे प्रिय मंत्र (Maa Lakshmi Mantra)
1. लक्ष्मी बीज मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥
इस मंत्र में ॐ परमेश्वर की शक्ति का प्रतीक है। ह्रीं मायाबीज है जिसका तात्पर्य हुआ- हे शिवयुक्त जननी आद्य शक्ति मेरे दुखों को दूर करें। श्रीं लक्ष्मी बीज है जिसका तात्पर्य है, हे ऐश्वर्य की देवी मां लक्ष्मी मेरे दुखों को दूर करें और मेरे जीवन में समृद्धि की कोई कमी न हो। लक्ष्मीभयो नम: का प्रयोग मां लक्ष्मी को पुकारते हुए उन्हें नमन करने के लिए किया गया है। अत: पूरे बीज मंत्र का अर्थ है, हे परमपिता परमात्मा, हे महामाया, हे मां लक्ष्मी मेरे दुखों को दूर करें और मेरे जीवन को उन्नत व समृद्ध करें।
2. महालक्ष्मी मंत्र- ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
धार्मिक मान्यताओं अनुसार किसी भी मंत्र का उद्देश्य संबंधित देवी-देवता को प्रसन्न करना होता है। ताकि उनकी कृपा पायी जा सके। इस महामंत्र का जाप मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। खासकर कर्ज से मुक्ति के लिए इस मंत्र का जाप फलदायी माना जाता है। इस मंत्र का जाप प्रतिदिन कमलगट्टे की माला से करने से ऋणों का बोझ उतर जाता है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इस मंत्र में मां लक्ष्मी को पुकारते हुए उन्हें प्रसन्न करने और उनका प्रसाद पाने की कामना की गई है।
3. लक्ष्मी गायत्री मंत्र- ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥
घर परिवार में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहे इसके लिए मां लक्ष्मी के इस मंत्र को फलदायी बताया जाता है। इस मंत्र का अर्थ है कि हम मां महालक्ष्मी का स्मरण करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं कि वो हम पर अपनी कृपा दृष्टि बनाएं रखें। मान्यता है इस लक्ष्मी गायत्री मंत्र का जाप करने से पद, पैसा, प्रतिष्ठा, यश व भौतिक सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी होने लगती है। इस मंत्र की प्रतिदिन कम से कम एक माला जाप अवश्य करें।
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