भोपाल. खगोल विज्ञान में रूचि रखने वाले लोगों के लिए रोमांचक घटना घटने वाली है। क्रिसमस 2022 के अगले दिन यानी 26 दिसंबर को हो रही इस घटना को लेकर खगोलप्रेमियों में उत्साह है। वे इस पर नजर रख रहे हैं और इसके प्रभावों के आकलन में जुटे हैं।
प्रयागराज में जवाहर तारामंडल के निदेशक डॉ. वाय रवि किरण का कहना है कि 26 दिसंबर को चंद्रमा वलयाकार ग्रह शनि के निकट होगा। इसके दिन बाद यह बृहस्पति के निकट रहेगा। दोनों ग्रह फिलहाल मकर राशि में हैं। शनि ग्रह रात दस बजे अस्त हो रहा है तो बृहस्पति रात 1 बजे अस्त होगा। इन घटनाओं में खगोलप्रेमियों की खूब रूचि रहती है। इससे पहले चंद्रमा एक दिसंबर को पृथ्वी और दो दिसंबर को बृहस्पति ग्रह के निकट था।
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इन दिनों आकाश में दिखाई दे रहीं ये राशियां: डॉ. वाय रवि किरण का कहना है कि कुछ लोग राशियों को काल्पनिक मानते हैं। लेकिन यह तारों का समूह होती हैं। आकाश में फिलहाल कुंभ, मेष, वृषभ, मिथुन और कर्क राशियां दिखाई दे रहीं हैं। अन्य प्रमुख तारामंडल जो दिखाई दे रहे हैं, हंस, महाश्व, ययाति, सारथी, मृग, बृहल्लुब्धक और लधुल्लुब्धक हैं। इसके अलावा आकाश में मिनास्य, डेनेब, हमल, मिरफाक, कृतिका, ब्रह्महृदय, रोहिणी, राजन्य, काक्षी, अमनद, प्रश्वा, व्याध और पुनर्वसु तारे को देखा जा सकता है।
बृहस्पति के बाद सबसे बड़ा ग्रहः बता दें कि शनि सौर मंडल में बृहस्पति के बाद सबसे बड़ा ग्रह है और औसत व्यास में पृथ्वी से नौ गुना बड़ा है। इसके 62 चंद्रमा हैं जो इसकी परिक्रमा करते हैं, जिनमें से 53 तो आधिकारिक तौर पर नामित हो चुके हैं। टाइटन शनि का सबसे बड़ा चंद्रमा है और सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा चंद्रमा माना जाता है।
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में इसे मंदगामी, सूर्य पुत्र आदि नाम से जाना जाता है। पुष्य, अनुराधा और उत्तरा भाद्रपद इसके नक्षत्र हैं, और यह मकर, कुंभ राशि का स्वामी है। शनि की पूजा का दिन शनिवार माना जाता है।
